हमारा महिला सशक्तिकरण एवं आजीविका कार्यक्रम ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों की महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के उद्देश्य से संचालित किया जाता है। इस पहल के तहत महिलाओं को विभिन्न कौशलों—जैसे सिलाई, कढ़ाई, हस्तशिल्प, लौह-कला, खाद्य प्रसंस्करण एवं माइक्रो-उद्यमिता—का प्रशिक्षण दिया जाता है।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना, उनके भीतर आत्मविश्वास बढ़ाना और उन्हें अपने परिवार तथा समुदाय में मजबूत नेतृत्व की भूमिका निभाने में सक्षम बनाना है। आजीविका उपकरणों, बाज़ार से जुड़ाव और निरंतर मार्गदर्शन के माध्यम से हम उन्हें स्थायी आय स्रोत उपलब्ध कराने में सहयोग करते हैं।
इस कार्यक्रम के जरिए हम न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहे हैं, बल्कि उन्हें सामाजिक सम्मान, निर्णय क्षमता और स्वतंत्र पहचान भी दिला रहे हैं।